Matlabi Shayari in hindi | Matlabi Log Shayari

Matlabi Shayari in hindi: प्यारे दोस्तो, आज की इस मतलबी दुनिया में सच्चे रिश्तों को ढूँढ़ना मुश्किल हो गया है। हर कोई अपना फायदा देखता है। लेकिन ऐसे में भी हमें हार नहीं माननी चाहिए। हमें अपने दिल की सुननी चाहिए और निस्वार्थ प्रेम करना चाहिए। आइए, इस मतलबी दुनिया में भी सच्चाई और प्यार की खोज में निकलें। आज हम मतलबी शायरी, duniya matlabi shayari, sad matlabi shayari के कुछ उदाहरण लेकर आए हैं जो हमारी भावनाओं को बयां करते हैं।

matlabi sad shayari

खर्च कर दिया खुद को,
कुछ मतलबी लोगो पर,
जो हमेशा मेरे साथ थे,
सिर्फ मतलब के लिए।

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हुस्न के साथ मतलबी नकाब निकलता है,
अक्सर चमकता सोना खराब निकलता है।

matlabi shayari

हां मैं भी अब मतलबी सा होने लगा हूं!!
तेरे इश्क में… तू चाहे ना चाहे मैं तुझे चाहने लगा हूं!!

rishte matlabi shayari

हमेशा याद रखना जो कड़वा
और सच बोलता है,
वो मतलबी दोस्त नहीं होता है

matlabi log shayari

हम विश्वास को इंसानियत मनाते थे,
पर वो मतलबी लोग,,
तो सिर्फ अपने मतलब को ही जानते थे।

matlabi paise ki duniya hai shayari

हम मतलबी नहीं की चाहने वालो को धोखा दे ,
बस हमें समझना हर किसी की बसकी बात नही !!!

matlabi duniya shayari

हम इंसान की इंसानियत को ही सब कुछ मानते हैं…
लेकिन मतलबी लोग सिर्फ
अपने मतलब को ही अपना सब कुछ जानते हैं!!

dard matlabi shayari

स्वार्थी लोग अपना काम निकलवाने के लिए
किसी को भी अपना कह देते हैं…
मतलब निकल जाने के बाद वो आपके सामने तक नहीं आते!!

matlabi shayari in hindi

स्वयं की कमियों को बताता कोई नहीं
अपने मतलब के बगैर हाथ मिलाता कोई नहीं
प्यार से सभी करते हैं आपसे मगर
किसी का साथ निभाता कोई नहीं

सिखा दिया है दुनिया ने ये,
अपनो पर भी शक करना।
वरना मेरी फ़ितरत में तो,
गौरो पर भी भरोसा करना था।

साजिशे हजार करलो मगर,
मुझे भुला ना पाओगे,
मतलबी कह कर छोड़ने वाले,
एक दिन बड़ा पछताओगे।

सम्भल के चलना दोस्त
इस मतलबी दुनिया के मखमली रास्तों पर,
यहा बर्बाद करने के लिये
प्यार का सहारा भी ले लेते है लोग।

सबके दिलो मे धड़कना ज़रूरी नही होता
साहब कुछ लोगो की अखो मे खटकने का भी एक अलग मज़ा है !

सब मतलबी है :
आज की मतलबी दुनिया में कौन किसे दिल में जगह देता है,
यहां तक के पेड़ भी अपने सूखे पत्ते गिरा देता है।

सब मतलब की यारी है,
यही दुनिया की सबसे बड़ी बीमारी है।

सफल होना है तो फैसले करना सीखो,
तुम डरते रहोगे तो
तुम्हारी ज़िन्दगी के फैसले कोई और करता रहेगा।

विश्वास की डोर को धोखे से तोड़ते नहीं,
इस मतलबी दुनिया में बहुत कम लोग है
जो अपनों को छोड़ते नहीं.

विश्वास की डोर एक धोखे से तोड़ जाते है
मतलबी लोग की फितरत है की …..
वो अपनों को बीच रस्ते में छोड़ जाते है।

विश्वास किस पे करूं इस मतलबी दुनिया में,
अब तो दोस्त भी मतलबी होने लगे हैं.

विश्वास का गला घोट आज, में भी मतलबी बनके जी रहा हूँ।
इस तुच्छ से स्वार्थ के लिए,
मतलबी लोगो को अपना अपना कह रहा हूँ।

विश्वास का एक कच्चा धागा धोखा देकर तोड़ देते हैं!!
मतलबी लोगों की फितरत ही कुछ ऐसी है…
तुम्हें मझधार में छोड़ देते हैं!!

वाकिफ हैं हम दुनिया के रिवाजो से,
मतलब निकल जाये तो हर कोई भुला देता हैं

वक़्त कहाँ है किसी के पास,
जब तक मतलब न हो ख़ास..

वक्त आने दो हमारा भी जवाब भी देंगे,
हर एक मतलबी इंसान से उसका हिसाब भी लेंगे।

लोग भी बडे मतलबी होते है,
जब हो जरूरतें तो पास आते है,
वर्ना जरूरतें ख़त्म होने पर, आपको छोड़ जाते हैं।

लोग भी बडे मतलबी होते है,
जब हो जरूरतें तो पास आते है,
वर्ना जरूरतें ख़त्म होने पर,
आपको छोड़ जाते हैं।

रिश्ते कभी ज़िन्दगी के साथ नहीं चलते,
रिश्ते एक बार बनते हैं,
फिर ज़िन्दगी रिश्तों के साथ चलती है

रिश्ता वही कामयाब रहता है
जो दिल से जुदा हो जरूरत से नही !

रहते है मेरे साथ मतलब की हद तक
कही थक जाओ तो तनहा रुक जाऊं तो तनहा !

ये मतलब की दुनिया है,
यहां सुनता नहीं फरियाद कोई।
हंसते हैं सब लोग जब होता है बरबाद कोई।

ये मत समझ कि तेरे काबिल नहीं हैं हम,
तड़प रहे हैं वो अब भी जिसे हासिल नहीं हैं हम.

ये दुनिया वाले बड़े मतलबी है, जानते है
सब अपने स्वार्थ के लिए पास आते है,,
मगर बावजूद इसके सभी को अपना अपना कहते है।

ये दुनिया कितनी मतलबी है
इस बात का अंदाजा आप यहां से लगा सकते हो
के जो पेड़ सूख जाता हैं
उस पेड़ पर तो परिंदे भी बसेरा नहीं करते।

ये दिन है के यारों का भी भरोसा नहीं
वो दिन थे के जब दुसमन से भी नफरत ना थी

ये कलयुग नहीं,
मतलबी युग चल रहा है।

यूं ही बढ़ रही हैं ख्वाहिशें मेरी,
ये पत्थरों की दुनिया है,
यहां पिघलने वाला कोई नहीं।

यहां अक्सर लोग मोहब्बत ढूंढते पाए जाते हैं
वह भी बस मतलब के लिए…

यह दुनिया है साहब
यह दिल से नही जरूरत से प्यार करती है..!

यह दुनिया ना प्यार से चलती है,
ना दोस्ती से चलती है,
हमने तो यही पाया है,
यह सिर्फ मतलब से चलती है।

यह कटु यथार्थ है,
कि मतलब की दुनिया में बिना किसी स्वार्थ के
शायद ही कोई किसी की परवाह करता है.

मैं भी झूठा तू भी झूठा झूठी है
दुनिया सारी, झूठे है लोग सभी झूठे है न
र नारी। झूठ ही सब का दाता सबका झूठ ही पालन हार हैं,
ऐसा कलयुग आया देखो झूठ हुआ सच पर भारी है।

मैं बुरा हूँ मुझे पता है,
मगर मैं मतलबी नहीं हूँ।

मै सूरज के साथ रहकर भी
भूला नही अदब लोग
जुगनू का साथ पाकर मगरूर हो गये !

मै मतलबी नही जो साथ रहने वालो को धोखा दे दू
बस मुझे समझना हर किसी के बस की बात नही !

मेरे बुरे वक्त में मेरी कमियाँ गिनाने लगे है,
मतलबी दोस्त, दोस्ती का मतलब समझाने लगे है।

मेरी मासुमीयत पर हंसते हैं,
मतलब निकालने वाले,
खुद को बहुत समझदार समझते हैं,
ये शहर में रहने वाले।

मेरी दुनिया का हर शख्स मतलबी निकला,
घर एक आईना था बस वही वफादार निकला।

मेरा बेमतलब इश्क कुछ मतलबी
लोगों की वजह से अधूरा रह गया!!

मेरा नादान दिल भी थोड़े से मक्खन लगाने पर फिसल जाता है!!
यह मतलबी दुनिया
अपना मतलब निकाल कर उसे अक्सर तोड़ देती है!!

मेरा जीवन तो हमेशा निस्वार्थ रहा
लेकिन कुछ स्वार्थी लोगों ने हमें सिखाया
की किस तरह अपना मतलब निकाला जाता है!!

मुझको छोड़ने की वज़ह तो बतादे
मुझसे नाराज़ थे या मुझ जैसे हजारो थे

मुझको क्या हक,
मै किसी को मतलबी कहू..
मै खुद ही ईश्वर को, कठिनाई मे याद करता हू !

मुझ को ऊस शक्स के अफ्लास पे रहेम आता है
जिस को हर चीज़ मिली सिर्फ मोहब्बत ना मिली

मीठी जुबान वाले लोगों से अक्सर संभल कर रहना चाहिए…
क्योंकि उनके दिलों में मतलब
और दिमाग में कारोबार चलता रहता है…

मदद करने से मैं घबराने लगा हूँ,
समझते हैं लोग मैं मतलबियों का सगा हूँ।

मतलबी हैं जमाना,
यहा मतलब के हैं लोग,
जब भी कहेंगे सच्ची बातें, बुरा कहेंगे ये लोग।

मतलबी है वो हर रिश्ता जो बेवफाई करता है,
जो सामने अच्छी अच्छी बातें मगर पीठ पीछे बुराई करता है।

मतलबी है दुनिया फिर भी ये दिल मानता नहीं,
अपनों की साजिशो को ये बिल्कुल भी पहचानता नहीं,
सब मतलबी है यहां लगता है इतना वो जानता नहीं,
अगर पता होता तो शायद वो किसी को अपना मानता नहीं।

मतलबी हम थे जो उन्हें क्या क्या समझ बैठे वो
तो सिर्फ वक़्त बिता रहे थे और हम प्यार समझ बैठे।

मतलबी लोगों से इतना डर लगता है
कि सच्चे लोगों पर से भी
अब तो विश्वास उठने सा लगा है!!

मतलबी लोगों से
इज्जत तब तक मिलती है
जब तक उनकी जरूरतें खत्म नहीं होती!!

मतलबी लोगों को मासूमियत बेवकूफी ही लगती है!!
अपने मतलबीपने को वो लोग समझदारी जो समझते हैं!!

मतलबी लोगों के साथ मतलबी बनना ही पड़ता है….
वर्ना, तुम्हारे सब्र की सीमाएं
जब तक खत्म ना हो वो तब तक इस्तेमाल करते रहते हैं!!

मतलबी लोगों के साथ रहकर
तुम भी मतलबी ना बन जाना
बस इतना याद रखना कि जब तुम्हें धोखा मिला था
तो तुम्हें कैसा लगा था!!

मतलबी लोगों का दौर है यारों,
यहां देख कर भी अनदेखा करते हैं हज़ारों।

मतलबी लोगो की मीठी बातें ओह,
ये तो सिर्फ एक दिखावा है,
चाहे आप भी उन्हें आजमालो,
आपको भी धोखा मिलेगा ये मेरा दावा है।

मतलबी लोग… कुछ लोगों का तो अंदाज ही निराला होता है…
जब उन्हें कोई काम पड़ता है
तभी उन्हें हमारी याद आती है!!

मतलबी लोग..
लोग इस तरह से तोड़ देते हैं
विश्वास की मुश्किल हो जाता है अब लेना श्वास

मतलबी लोग वह होते हैं…
जो काम पड़ने पर गधे को भी बाप बना लेते हैं!!

मतलबी लोग अक्सर…
वक्त और हालात के साथ अपना रंग बदल देते हैं!!

मतलबी लडकी से अच्छी तो मेरी सिगरेट हे यारो……..
जो मेरे होठ से अपनी जिंदगी शुरू करती हे..
ओर मेरे कदमो के नीचे अपना दम तोड देती हे…!

मतलबी लडकी से अच्छी तो मेरी सिगरेट हे यारो,
जो मेरे होठ से अपनी जिंदगी शुरू करती हे,,
ओर मेरे कदमो के नीचे अपना दम तोड देती हे।

मतलबी रिश्तों की लगभग एक सी ही कहानी है
अच्छे वक्त में खूबियाँ और बुरे वक्त में कमियां गिनानी है.

मतलबी निकली दुनिया,
जिसे मैं देर से जान पाया,
कमजोरी थी मेरी, सभी को अपना कहता चला आया।

मतलबी दोस्तों की यहीं कहानी है,
चापलूसी करना उनकी निशानी है

मतलबी दोस्त,
की पहचान तो आपके बुरे वक्त मैं होती है,
जब वो आपको आपकी गलतियां गिनवाने लग जाते हैं

मतलबी दोस्त के होने से अच्छा है
ऐसे दुश्मन का होना जो आपके
मुँह पर थप्पड़ मार सकता है।

मतलबी दोस्त अक्सर
तुम्हारे मुंह पर मीठे बन रहे होते हैं…
लेकिन तुम्हारी पीठ पीछे ही
तुम्हारी कब्र खोद रहे होते हैं!!

मतलबी दुनियां मे लोगो की तादाद तो बढ़ रही है
पर मानव विलुप्त होता जा रहा है.

मतलबी दुनिया में लोग अफसोस से कहते है
की, कोई किसी का नही।
लेकीन कोई यह नहीं सोचता की
हम किसके हुए, मज़बूत होने में मज़ा ही तब है।

मतलबी दुनिया में लोग अफ़सोस से कहते है कि,
कोई किसी का नही,,
लेकिन कोई यह नहीं सोचता कि हम किसके हुए..!!!

मतलबी दुनिया मे लोग दुःख से कहते है की,
कोई किसी का नही…?
मगर कोई यह नही सोचता की हम किसके हुए…

मतलबी दुनिया मे लोग खड़े है
हातो मे पत्थर लेकर
मै कहा तक भागू शीशे का मुकद्दर लेकर !

मतलबी दुनिया के लिए
कोई रिश्ता मायने नहीं रखता।

मतलबी दुनिया के मतलबी नज़ारे,
अपने ही स्वार्थ के सभी यहां मारे।
अब विश्वास ना रहा अब किसी के सहारे,
इसलिए कहता हूँ,,
इस छोटी सी जिंदगी को बस अकेले गुजरें।

मतलबी दुनिया का यह रिवाज सा बन गया है…
काम निकल जाने के बाद
लोग एक दूसरे को पहचानते तक नहीं हैं!!

मतलबी दुनिया का किस्सा बड़ा पुराना हैं,
यह हर शख्स खूबसूरत चीजों के पीछे दीवाना है।

मतलबी दुनिया का इतना सा उसूल है
आज तेरा दिन है तुझे यार बनाना हैं.

मतलबी जमाना है, नफरतो का कहर है,
ये दुनिया दिखती शहद है, पिलाती ज़हर है।

मतलबी इस दुनिया में ,
मतलबी तु भी बन,
चलता अगर साथ कोई ,
साथ उसके तु भी चल।

मतलबी इस दुनिया के अंजाम में,
कैसे बदलाव लाऊं
चाहते हैं लोग सभी,
तोड़ दूं रिश्ते और पागल हो जाऊं।

मतलबी Dost की मीठी बात,
सम्भाल कर रखे अपनी जज्बात.

मतलब है तो रिश्ता है
वरना इस फरेबी जमाने में कौन किसको पूछता है..!

मतलब से रिश्ता रखने वाले लोग
हमेशा तुम्हें अच्छे वक्त में तुम्हारी अच्छाई दिखाएंगे
और बुरे वक्त में तुम्हारी गलतियां निकालेंगे….

मतलब से भरी दुनिया में लोग
यह तो आसानी से कह जाते हैं…
कोई किसी का सगा नहीं है!!
लेकिन मैं यह कहता हूं
कि तुम किसके सगे हुए हो??

मतलब पूरा होने के बाद लोग
बोलना तो दूर, देखना भी छोड़ देते हैं।

मतलब ख़तम होने पर ,
इस मतलबी दुनिया में रिश्ता ख़तम हो जाता है।

मतलब की दुनिया है
दोस्त मतलब से जी खुदगर्ज
बन जा और नजर उठाकर जी..!

मतलब की इस दुनियां में
प्यार बस एक झांसा है
धोखा तुम्हे भी मिलेगा दोस्त ये मेरा दावा हैं.

मतलब की इस दुनिया में
कोई तुम्हारे साथ क्यों देगा,
मुफ्त में तो यहां कफ़न भी नहीं मिलता,
तुम्हें बिना मतलब के प्यार कौन देगा।

मतलब का भार काफी ज्यादा होता है
तभी तो मतलबी निकलते है
तो रिश्ते हल्के हो जाते हैं.

मज़बूत होने में मज़ा ही तब है,
जब सारी दुनिया कमज़ोर कर देने पर तुली हो..

मजबूत से मजबूत लोहा भी टूट जाता है,
कई झूठे इकठे हो जाएँ तो सच भी टूट जाता है।

भुला देगे तुम्हे भी जरा सब्र तो कीजिये
आपकी तरह मतलबी होने मे जरा वक्त लगेगा !

भरोसे की आड़ में उन्होंने मुझे बहुत सताया है,
मतलबी लोगों की तरह शायद मतलब के लिए,
उन्होने मुझे अपना बनाया है।

बेवफ़ा से दिल लगा लिया नादान थे हम,
गलती हमसे हुई कयोंकि इंसान थे हम।
आज जिनके नजरें मिलाने में तकलीफ होती हैं,
कुछ समय पहले उनकी जान थे हम।

बुरे वक्त मे जो आप की कमियां गिनाने लग जाए
उससे बड़ा मतलबी इंसान कोई नही है !

बुरा लगे या भला तुम्हे भाई,
अब मतलबी दोस्तों से दूर रहता हूँ.

बातो-बातो में तुमको
एक बात बताना भूल गये
कैसे गुजरी तुम बिन
वो रात बताना भूल गये.!!

बाते बिश्रृस और भरोसा की बेमानी सी लगती हैं,
झूठी दुनिया में वफादारी अनजानी से लगती हैं।
झूठे लोगों से भरी परी है कहाँनिया यहा किताबों में,
प्यार से बोल दे कोई तो मेहर बानी सी लगती हैं।

बदला हुआ वक़्त है
ज़ालिम ज़माना है
यहां मतलबी रिश्ते है
फिर भी निभाना है !

बदलती इस दुनिया के साथ
हर रिश्ता बदल रहा है,
जहां अपनों की जीत पर कोई अपना जल रहा है।

बताओ ना तुम
प्रेम के फूल कहाँ खिलते है,
मतलब की इस दुनिया में
दिल कहाँ मिलते है.

फुल कभी दो बार नहीं खिलते,
मिलने को तो हजारों लोग मिल जाते है,
इस मतलबी दुनिया मे,
मगर हजारों गलतियां माफ़ करने वाले,
माँ बाप नहीं मिलते।

फायदा उठाने के लिए इतने भी मतलबी मत बनो
की लोग तुम्हें मतलबी कहने लगें।

प्यासी ये निगाहें तरसती रहती है
तेरी याद मे अक़्सर बरसती रहती है
हम तेरे खयालों मे डूबे रहते है
और ये ज़ालिम दुनियां हम पर हंसती रहती है

प्यार से हमें अपना बनाते हैं
चेहरे पर एक नया चेहरा लगाते हैं!!
इस दुनिया के मतलबी लोग
हर बार एक नए लिबास में आते हैं!!

प्यार से अपना कह कर मतलब के लिए आती है,
अपनों के लिबाज़ में ये दुनिया जख्म दे जाती है।

प्यार भी आजकल
टाइम पास करने का जरिया बन गया है,
कोई ज्यादा अमीर
या बेहतर साथी मिलने पर

प्यार के नाम पर कुछ रिश्ते जोड़े जाते हैं!!
फिर अपने मतलब के लिए वो रिश्ते तोड़े जाते हैं!!

पीड़ा तो तब हुई जब लोग अपने दिलो में गिले शिकवे
रखकर माफ़ी मांग चले गये
सिर्फ अपने मतलब के लिए

पहले लोगों से सुना करते थे
लेकिन तुमसे मिलकर जान गए कि
प्यार मतलब से भी होता है!!

पहले लोग दिल से बात करते थे,
अब लोग मतलब से बात करते है।

निकल गया हो मतलब
अगर हमसे तो हमें रुखसत करो
अपनी जिंदगी से बेवजह हमसे दोस्ती बना कर
और कितना इस्तेमाल करोगे हमें!!

नादान सा दिल है
मेरा उसे भी नादान ही समझ लिया था
एक मतलबी सा शैतान मिला था
गलती से उसे भी इंसान समझ लिया!!

ना दोस्ती मिला ना प्यार मिला,
बस हर मोड पर एक मतलबी यार मिला।

ना कोई कस्ती ना कोई किनारा,
मतलबी है दुनिया मतलबी जग सारा,
रिश्तों की डोर का अब ना कोई सहारा,
मतलबी लोगो का मतलब का भाईचारा।

नफरत हो गई है
अब मुझे इंसानो से मतलबी जमाने से
और फरेबी लोगो से..!

न परेशानियां,
न हालात न ही कोई रोग है,
जिन्होंने हमें सताया है
और कोई नहीं वो झूठे लोग हैं।

दोस्ती करने से पहले
दोस्त को आज़माना चाहिए
यहाँ दोस्ती के नाम पर
लोग बर्बाद कर दिया करते हैं !!

दोस्ती करने के उनके अंदाज बोहोत है,
मगर छिपे इसमें मतलब के राज़ बोहोत है।

दोस्ती उन से कीजिए
जो दोस्ती का सच्चा मतलब समझते हों
बाकी इस्तेमाल करने वाले दोस्त तो
अपनेआप आप तक पहुंच ही जाएंगे!!

देखो सब को अपनी तलब लगी है,
भीड़ बहुत है लेकिन सब मतलबी है।

देकर कुर्बानी अपने चाहत
कि जानम हम अपनी नजरो मे महान हो गए !

दुनिया वाले तो थे ही मगर ,
अब तो अपने भी मतलबी नज़र आते है,
हर रिश्ते स्वार्थी नहीं है यहां,
ये तो सिर्फ सपने नज़र आते है।

दुनिया में सब बड़े दुखी ह्रदय से कहते हैं
के इस दुनिया में कोई किसी का नहीं,
मगर कभी खुद ये नहीं सोचते के वो किसके हैं।

दुनिया में बिछाए मखमली रास्तों पर
जरा देख के चलना मेरे यार
क्योंकि लोगों ने मखमल के अंदर
मतलब के कांटे भी छुपा के रखे होते हैं…

दुनिया में अब ये हाल हो चुका है
की किसी का हाल भी पूछो
तो वो सोचता है की कोई काम होगा।

दुनिया मे सबको दरारो मे झांकने की आदत है
दरवाजा खुले रख दो कोई
आस पास भी नही दिखेगा !

दुनिया बहुत मतलबी है,
साथ कोई क्यो देगा,
मुफ्त का यहा कफ़न नही मिलता,
तो बिन पीड़ा के प्यार कौन देगा।

दुनिया को देख कर
अब हम भी मिज़ाज बदले गे,
रिश्ता सब से होगा लेकिन वास्ता किसी से नहीं।

दुनिया के सारे रिश्ते मतलबी होते हैं
एक मां बाप का रिश्ता ही निस्वार्थ होता है।
मां-बाप अपनी संतान से बिना
किसी मतलब के सारी उम्र
एक समान प्यार करते हैं।

दुनिया की बात तो दूर
समुन्दर भी इतना मतलबी है,
ये जान लेकर लहरों से कहता है
इसे किनारे पर लगा दो।

दुनिया की दिक्कत और भी है
के अगर कोई ज्यादा अच्छा है
तो वो क्यों है?

दुनिया इतनी मतलबी है
के आपको इस्तेमाल करने के बाद,
आपको ही पीछे छोड़ जायेगी।

दुनिया इंसान की अच्छाई पर हमेशा चुप रहती है,
बात अगर बुराई की हो तो गूंगे भी बोलने लगते हैं।

दिलों में मतलब और जुबान से प्यार करते हैं,
बहुत से लोग दुनिया में यही कारोबार करते हैं।

दिल-ए-मासुम ऐतबार कर लेता है
थोडा प्यार पा कर, तोड देती है
दिल मेरा दुनिया मतलब निकाल कर।

दिल टूट सा गया है इन बदलते इंसानो से और बेईमान लोगो से..!

दिल टूट जाये तो भी मुस्कराना पड़ता है,
मतलबी से भरे है यहां कुछ लोग।
अपना दर्द उन लोगो के सामने,
छुपाना ही पड़ता है।

दिखा दी है शीशे ने असलियत
झूठे लोगों की बनावटी,
चेहरे पहन कर अक्सर
जो झूठी दुनिया में घूमते हैं।

दिक्कत यह भी है
इस कातिल दुनिया का ..
कोई अगर अच्छा भी है
तो वो अच्छा क्यों है..

थक चुका हूँ मैं: मतलबी दुनिया से,
नकली दोस्तों से और झूठ से।

तेरी दोस्ती ने बहुत कुछ सिखा दिया,
मेरी खामोश दुनिया को जैसे हँसा दिया।
कर्जदार है खुदा के जिसने आप,
जैसा दोस्त से मिला दिया।

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